- कलाबेंन डेलकर की लम्बी उड़ान क्या ? अपना राजनीतिक भविष्य बना पाएगी
- क्या भाजपा कलाबेन डेलकर का हाथ थाम के दादरा नगर हवेली पर अपना परचम लहरा पाएगी ?
- संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली में कांग्रेस अभी तक अपने दामन में नही खिला पाई गुलाब
- फेसबुक लाइव के हीरो प्रभु टोकिया का अगला कदम क्या होगा ?
- दानह लोकसभा चुनाव में एक ओर फुल खिला दीपक कुराडा
आगामी दिनों में आयोजित संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली लोकसभा चुनाव
को लेकर दानह में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी है। इसी सप्ताह भाजपा की ओर से प्रत्याशी के रूप में शिवसेना की वर्तमान सांसद कलाबेन डेलकर को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा ने कलाबेन डेलकर को प्रत्याक्षी बना कर लंबे समय से चल रहे शीत युद्ध को विराम दे दिया है वही कलाबेन डेलकर ने भी अपना राजनीतिक भविष्य देखते हुए लंबी उड़ान भर कर भाजपा का हाथ थाम लिया है वही भाजपा ने भी कलाबेन डेलकर का सहारा लेकर दानह पर अपना परचम लहराने की सोच को दिशा दे डाली, अब देखना ये है कि ये दोनो अपना भविष्य बनाने के चक्कर में जनता को कितना फायदा पहुंचा सकते है।
जबकि इसी क्रम में कांग्रेस का दामन अभी तक अचूता है कांग्रेस के दामन में गुलाब नही खिल पाया है दानह में कांग्रेस के नेता के रूप में प्रभु टोकिया ने भी चुनाव ना लड़ने का फैसला लेकर अपने हाथ खड़े कर कांग्रेस को धर्म संकट में डाल दिया है। जनता आस लगा के बेठी है की इस बार के चुनावी कुंभ में कांग्रेस से कोन खड़ा होगा ? क्या कांग्रेस कोई सरप्राईज लेकर आने वाली है ?
फेसबुक लाइव के हीरो प्रभु टोकिया भी आदिवासी जनता के मुद्दो को लेकर फेसबुक लाइव के माध्यम से जताते आ रहे है पर सोचने की बात तो ये है की उनके ये सारे मुद्दे मात्र क्या फेसबुक लाइव तक ही सीमित रहेंगे ? उनका चुनाव नही लड़ने का फैसला कितना जायज था ? या हैप्पी होली बोल के निकने का प्लान था, सालो से जिस मुद्दो की चर्चा वो कर रहे है वो इंतजार कर रहे है की अब प्रभु टाकिया का क्या कदम होगा।
जबकि इसी क्रम में भारतीय
आदिवासी पार्टी की ओर से भी बुधवार को अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई है। भारतीय आदिवासी
पार्टी के प्रत्याशी के रूप में दीपक कुराडा
के नाम की घोषणा की है। आदिवासी समाज अनेकों मुलभूत सुविधाओं
से वंचित है जिन्हें न्याय और उनका अधिकार दिलाने के लिए वे चुनावी मैदान में उतरे है।
वही शिवसेना, आप पार्टी, या दानह की राजनीति में खास चर्चित नाम एडवोकेट सनी भीमराव का कोई औपचारिक नाम अभी तक सामने नहीं आया है की उनका अगला कदम क्या है