मोटी दमन। दमन के एक्साइज विभाग की सुरक्षा व्यवस्था की पोल तब खुल गई जब मोटी दमन के फोर्ट एरिया स्थित पीडब्ल्यूडी गोदाम से 15,420 शराब की बोतलें चोरी हो गईं। ये वही गोदाम है जहां जब्त की गई शराब का स्टॉक रखा जाता है। लेकिन विभाग की लापरवाही और ढीले प्रबंधन ने चोरों को मौका दिया और वे ताले बंद होने के बावजूद छत के टीन हटाकर गोदाम से शराब चुराने में कामयाब हो गए।

अधिकारी क्या कर रहे थे?
एक्साइज विभाग, जो अवैध शराब की जब्ती के लिए जिम्मेदार है, उसी के गोदाम में इस तरह की चोरी होना उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। गोदाम की सुरक्षा के लिए क्या पर्याप्त इंतजाम नहीं थे? क्या विभाग ने कभी सुरक्षा उपायों की समीक्षा की थी? इन सवालों का जवाब देने में अधिकारी फिलहाल असमर्थ दिख रहे हैं।
कैसे हुई चोरी?
गोदाम के आसपास लगे सीसीटीवी की जांच से पता चला कि चोरों ने छत के टीन हटाकर अंदर प्रवेश किया। पुलिस ने मामले की जांच में परियारी मोटी दमन के रहने वाले विशाल हलपति को पकड़ा, जिसने अन्य आठ साथियों के साथ इस चोरी की साजिश रचने की बात कबूली।
दमन में बढ़ रहा अपराध, प्रशासन बेखबर
संघ प्रदेश दमन, जो शांतिपूर्ण इलाका माना जाता है, वहां इस तरह की घटना सुरक्षा व्यवस्था की कमी को दर्शाती है। यह घटना केवल चोरी नहीं, बल्कि प्रशासन की लापरवाही का बड़ा उदाहरण है। सवाल यह उठता है कि जब्त की गई शराब जैसे कीमती सामान की सुरक्षा के लिए कोई मजबूत व्यवस्था क्यों नहीं थी?
आरोपियों की गिरफ्तारी, लेकिन शराब कहां गई?
पुलिस ने चोरी के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि चोरी की गई शराब नानी दमन के वाकड़ निवासी दक्षेश हलपति को बेच दी गई। पुलिस ने दक्षेश को भी गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह है कि इतनी बड़ी मात्रा में चोरी की गई शराब आखिर कहां खपाई गई?
आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- विशाल भीखु हलपति, निवासी परियारी, मोटी दमन
- हिरल रमण हलपति, निवासी तलाव फलिया, भामटी, मोटी दमन
- दक्षेश ईश्वर हलपति, निवासी स्कूल फलिया, मोटी वाकड़, नानी दमन
- चिराग जगदीश हलपति, निवासी नायला पारडी, मोटी दमन
- विशाल निमु महेश हलपति, निवासी स्कूल फलिया, मोटी दमन
- जिगर राजू हलपति, निवासी नायला पारडी, मोटी दमन
- प्रतीक भीखु हलपति, निवासी परियारी, मोटी दमन
- विवेक दीपक हलपति, निवासी देसाईवाड़ा, हरी फलिया, वापी
- हर्ष दीपक हलपति, निवासी देसाईवाड़ा, हरी फलिया, वापी
आखिर जिम्मेदारी किसकी?
इस घटना ने दमन के प्रशासन और एक्साइज विभाग पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब्त शराब की सुरक्षा को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों हुई? यह घटना न केवल विभाग की विफलता है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ते अपराध और प्रशासनिक कुप्रबंधन का संकेत भी है।
क्या इस घटना के बाद कोई सख्त कदम उठाए जाएंगे, या फिर दमन प्रशासन इसे भी नजरअंदाज करेगा?
