अलविदा ‘भारत के रतन’
भारतीय उद्योग जगत में पितामह की हैसियत रखनेवाले प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का यहां बुधवार को ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे रतन टाटा को सोमवार को उम्र संबंधी बीमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को उनकी स्थिति गंभीर हो गई। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए थी लेकिन, तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका।
भारतीय उद्योग में योगदान के लिए उन्हें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित कियागया था।
गुजरात के नवसारी में 28 दिसंबर, 1937 को जन्मे रतन टाटा, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते थे। उन्होंने समूह को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया और उदारीकरण के दौर में समूह को उसके हिसाब से ढाला।