“सरला परफॉर्मेंस कंपनी में मज़दूरों पर अत्याचार: 22 कर्मचारियों को बिना कारण निकाला गया”

महिलाओं के साथ अशोभनीय व्यवहार

आमली दयात फलिया, वार्ड नंबर 01/15 में स्थित सरला परफॉर्मेंस कंपनी में श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय और उत्पीड़न का मामला सामने आया है। आरोप है कि कंपनी के गेट पर तैनात बाउंसर विपुल सुरेश बर्फ मज़दूरों को रोज़ाना गाली-गलौज करता है और महिलाओं के साथ अशोभनीय व्यवहार करते हुए उनके निजी पलों की तस्वीरें खींचता है।

जब कर्मचारियों ने इस अमानवीय व्यवहार का विरोध किया, तो कंपनी प्रबंधन ने 10 से 15 वर्षों से सेवा दे रहे 22 मज़दूरों को नौकरी से निकाल दिया।

मनोज दयात की पहल:
इस मामले को लेकर वार्ड पार्षद मनोज दयात ने दादरा नगर हवेली की सांसद कलाबेन डेलकर, श्रम अधिकारी, और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मज़दूरों के अधिकारों का हनन और महिला सुरक्षा का घोर उल्लंघन है।

प्रमुख मांगें:

  1. विपुल सुरेश बर्फ के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई।
  2. नौकरी से निकाले गए 22 मज़दूरों की तत्काल बहाली।
  3. मज़दूरों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण सुनिश्चित करना।

मज़दूरों की बात:
निकाले गए श्रमिकों का कहना है कि वर्षों की मेहनत और निष्ठा के बावजूद उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। महिलाएं भयभीत हैं और काम पर लौटने से कतराती हैं।

डेयर टू शेयर का सवाल:
क्या ऐसे अमानवीय घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठाएगा? या मज़दूरों के अधिकार यूं ही दबा दिए जाएंगे?

सरकार और प्रबंधन से जवाबदेही तय करना जरूरी है।

इस गंभीर विषय पर हमारी टीम लगातार निगरानी कर रही है। अधिक जानकारी के लिए ‘डेयर टू शेयर‘ के अगले अंक का इंतजार करें।

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