वलसाड जिले में बी.कॉम छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या: पुलिस की 10 टीमें जांच में जुटीं

वलसाड जिले के पारडी तालुका के मोतीवाला गांव में बी.कॉम सेकंड ईयर की 19 वर्षीय छात्रा के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के मामले ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। गुरुवार को ट्यूशन से घर वापस न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की, जिसके बाद युवती का शव गांव के पास स्थित आम के बाग में संदिग्ध हालत में मिला।

घटना का विवरण

मोतीवाला फाटक के पास रहने वाले श्रमिक परिवार की यह छात्रा रोज़ाना की तरह गुरुवार को ट्यूशन के लिए निकली थी। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। शुक्रवार सुबह पास के आम के बाग में उसका शव मिला। तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि युवती के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।

पुलिस की कार्रवाई

पारडी पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया। वलसाड एसपी करणराज वाघेला के निर्देशन में, डीएसपी ए.के. वर्मा और बी.एन. दवे की निगरानी में 10 पुलिस टीमों ने जांच शुरू कर दी है।

जांच का फोकस:

  1. रेलवे ट्रैक के पास मिले सबूत:
    घटना स्थल के पास रेलवे ट्रैक से कुछ कपड़े और एक बैग बरामद हुए हैं। पुलिस ने इन वस्तुओं की पहचान के लिए स्थानीय लोगों और जीआरपी की मदद ली है।
  2. झुग्गी बस्तियों में तलाशी:
    घटना स्थल के आसपास 22 से अधिक झुग्गी बस्तियों में रहने वालों की उपस्थिति और अनुपस्थिति की जांच की जा रही है।
  3. GIDC क्षेत्र की छानबीन:
    पारडी GIDC में काम करने वाले मजदूरों की गैरहाजिरी और उनके व्यवहार में बदलाव पर ध्यान दिया जा रहा है।
  4. स्थानीय नेतृत्व और कंपनियों की मदद:
    पुलिस ने क्षेत्र के प्रमुख लोगों और कंपनियों के सुपरवाइजर्स को घटनास्थल से बरामद कपड़ों और बैग की तस्वीरें भेजकर संदिग्धों की पहचान के लिए मदद मांगी है।

10 संदिग्धों पर फोकस

पुलिस को अब तक 10 संदिग्धों की जानकारी मिली है, जिनसे पूछताछ जारी है। घटना स्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।

पुलिस का बयान

पारडी थाने के प्रभारी अधिकारी जी.आर. गटवी ने कहा कि “घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। हर संभावित सुराग पर काम हो रहा है।”

स्थानीय लोगों में आक्रोश

इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश और भय का माहौल है। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

(स्रोत: वलसाड जिला पुलिस रिपोर्ट और स्थानीय अखबारों की रिपोर्टिंग)

घटना से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. युवती का बैकग्राउंड:
    मृतका एक श्रमिक परिवार से थी और बी.कॉम सेकंड ईयर में पढ़ाई कर रही थी। परिवार ने बताया कि वह पढ़ाई में होनहार और शांत स्वभाव की थी। घटना वाले दिन वह हमेशा की तरह ट्यूशन के लिए निकली थी और नियमित समय पर घर न लौटने पर परिवार चिंतित हो गया।
  2. रेलवे ट्रैक से मिले सबूत:
    घटना स्थल के पास रेलवे ट्रैक से एक बैग, कुछ कपड़े, और अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुआ। पुलिस इन वस्तुओं के आधार पर इलाके में रहने वाले और काम करने वाले मजदूरों से पूछताछ कर रही है।
  3. पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
    वलसाड पुलिस ने पूरे जिले में चौकसी बढ़ा दी है। GRP (Government Railway Police) को भी जांच में शामिल किया गया है, क्योंकि घटना स्थल रेलवे ट्रैक के पास है। कपड़ों और बैग के आधार पर संदिग्धों को पहचानने का काम तेज कर दिया गया है।
  4. मजदूरों पर संदेह:
    पारडी GIDC में काम करने वाले कई मजदूर घटना के बाद से लापता हैं। इनकी गैरहाजिरी और संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस की नजर है।
  5. स्थानीय बस्तियों में सघन तलाशी:
    22 से अधिक झुग्गी बस्तियों में रहने वाले हर व्यक्ति की उपस्थिति को ट्रैक किया जा रहा है। पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई संदिग्ध फरार न हो।
  6. फॉरेंसिक जांच:
    घटनास्थल और शव के पास से मिले साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच करवाई जा रही है। इससे यह पुष्टि करने की कोशिश की जा रही है कि अपराध में कितने लोग शामिल थे और घटना को कैसे अंजाम दिया गया।
  7. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट:
    रिपोर्ट के अनुसार, युवती का पहले दुष्कर्म हुआ और फिर गला दबाकर हत्या की गई। इस नृशंस हत्या ने स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
  8. आमजन की प्रतिक्रिया:
    घटना के बाद गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने और दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की है।
  9. मीडिया और सामाजिक दबाव:
    यह मामला सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों में तेजी से वायरल हो रहा है। जनता के बीच पुलिस पर जल्द कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है।

पुलिस की चुनौती:

  • संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी: पुलिस को अब तक 10 संदिग्धों की जानकारी मिली है, लेकिन उनकी पहचान और ठोस सबूत जुटाना प्राथमिकता है।
  • मजदूरों का विवरण: GIDC में काम करने वाले मजदूरों की संख्या बहुत बड़ी है, जिससे हर व्यक्ति की जानकारी जुटाना चुनौतीपूर्ण है।
  • मीडिया और जन दबाव: मामले की संवेदनशीलता के कारण पुलिस पर जल्द कार्रवाई का दबाव है।

आगे की कार्रवाई:

  • संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए टीमों को और अधिक क्षेत्रों में भेजा जा रहा है।
  • घटनास्थल के आसपास CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।
  • DNA और फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट से अपराधियों की पहचान में मदद मिलने की उम्मीद है।

पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर किसी को संदिग्ध गतिविधि या जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस से संपर्क करें।

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