आर्यन पेपर मिल फैक्ट्री में कई गंभीर हादसे हो चुके हैं। जिससे फैक्ट्री में सुरक्षा नियमों के पालन को लेकर भी सवालो के कटघरे में है
सूरत से रेफर होने के बाद मामले की जांच कर रही पुलिस का कोई स्पष्ट अतापता नही
फेज स्थित आर्यन पेपर मिल में काम के दौरान 23 वर्षीय श्रमिक का हाथ मशीन में आने के कारण कट गया। घटना 10 जनवरी की बताई गई है। बताया गया है कि मोटी सुलपड़ निवासी विक्की कुमार सुबह में ड्यूटी पर गया था। करीब दस बजे काम के दौरान उसका बायां हाथ मशीन में आ गया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया और हाथ भी कंधे से कटने के बाद अलग हो गया था। लहूलुहान हालत में उसे ईएसआईसी ले जाया गया, लेकिन वहां से हरिया अस्पताल भेजा गया। परंतु हालत ज्यादा गंभीर होने पर विक्की को सूरत भेज दिया गया। जहां कई दिन तक उसका इलाज चला। बताया गया है कि घटना में उसका बायां कान भी कट गया और पसली की कई हड्डियां भी टूट गई थी। यह मामले सूरत पुलिस द्वारा जीरो नंबर से दर्ज कर वापी जीआईडीसी थाने में रेफर किया गया।
जिसके बाद वापी में घटना का पता चला। बताया गया है कि शनिवार को जीआईडीसी पुलिस ने फैक्ट्री में जाकर इस संबंध में जांच पड़ताल की। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी आर्यन फैक्ट्री में कई गंभीर हादसे हो चुके हैं। जिससे फैक्ट्री में सुरक्षा नियमों के पालन को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं।
करीब छह घंटे तक नहीं हो पाया उपचार
जानकारी के अनुसार बिहार के पटना जिले के मूल निवासी विक्की के पिता जगेश्वर सिंह भी इसी फैक्ट्री में करीब 20 साल से काम करते हैं। उन्होंने बताया कि घटना करीब दस बजे सुबह में हुई लेकिन उसका उपचार छह घंटे बाद शुरू हो पाया। तब तक वह दर्द से तड़पते रहा। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद विक्की को पहले चणोद स्थित ईएसआईसी अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे हरिया अस्पताल में भेजा गया। परंतु हरिया अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीज को कहीं अन्यत्र ले जाने को कहा। जिसके बाद फिर से एक बार उसे ईएसआईसी अस्पताल ले जाना पड़ा। वहां से सूरत के अस्पताल का पेपर बनाकर दिया गया। तब उसे सूरत ले जाया गया। करीब चार बजे उसका उपचार शुरू हो पाया। जगेश्वर ने आरोप लगाया कि जब उसे ईएसआईसी के एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया जा रहा था, तब रास्ते में एम्बुलेंस के चालक ने उनसे पूछा कि सूरत जाने पर पेट्रोल का खर्च कौन देगा। जब उन्होंने असमर्थता जताई तो उस चालक ने अन्य एम्बुलेंस को बलीठा ब्रिज पर बुलाया और उससे रवाना किया।