देख रहे हो विनोद क्या क्या हो रहा है, ये कितना उचित है?
दादरा नगर हवेली के सिलवासा शहर में दमणगंगा नदी के किनारे बनाए गए सिटी फॉरेस्ट में पिछले कई वर्षों से लोग वॉकिंग कर अपनी सेहत और स्वास्थ्य को बेहतर कर रहे थे। लेकिन इसी बीच वन विभाग द्वारा सिटी फॉरेस्ट में प्रवेश के लिए शुल्क निर्धारित किए जाने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।
फॉरेस्ट विभाग द्वारा के इस निर्णय से लोगों में नाराजगी देखी जा रही
है लोगों ने विभाग और प्रशासन से मांग किया है कम से कम सुबह वॉकिंग करने वाले लोगों से शुल्क न वसूला जाए।
दमणगंगा रिवरफ्रंट पर पिछले कई वर्षों से लोग अभी तक निशुल्क रूप से वॉकिंग करते थे। यहीं कारण है कि वहां पर सुबह होते ही सेहत का ख्याल रखने वालों की भीड़ लग जाती है और भारी संख्या में लोग वॉकिंग करने आते है।
जिससे कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए। सिटी फॉरेस्ट में बनाए गए वाकिंग ट्रेक भी इसी उद्देश्य से बनाया गया था कि लोगों को खासकर सिलवासा शहर वासियों को एक ऐसी जगह उपलब्ध कराई जाए जहां पर लोग ट्रैफिक और अन्य परेशानियों से दूर होकर प्रकृति के सुरम्य वातावरण में बेहतर ऑक्सीजन के साथ सुबह के सूर्योदय के आगमन का स्वागत वॉकिंग करते हुए कर सके।
लेकिन वन विभाग द्वारा सिटी फॉरेस्ट में प्रवेश के लिए लगाये गये प्रवेश शुल्क ने सुबह वॉकिंग करने वालों का मनोबल तोड़ दिया है और लोग अब प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह उचित समय है कि वॉकिंग करने वालों से भी पैसा वसूला जाए? लोगों का कहना है कि घूमने वालों से और नक्षत्र वन में प्रवेश करने वालों से शुल्क लिया जाए तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन सुबह वॉकिंग करने वालों से भी शुल्क लिया जाना कहां तक उचित है।