डेढ साल में कार्य पूरा करने का था लक्ष्य
घंटो तक रहता है ट्रॉफिक जाम, हादसे होने की संभावनाएं भी बढी
वापी। वापी, दमण एवं सिलवासा को जोडने वाला चला ब्रिज का पहले शुरूआत में बडे ही जोरों से कार्य चला। जोरों से चल रहे कार्य को देख लोगों में यह बात चल रही थी कार्य को पूरा करने का जो लक्ष्य रखा गया है वह इससे भी जल्द बनकर तैयार हो जायेगा।
लेकिन यहां तो बात कुछ और ही साबित हुई। अब यह ब्रिज अपने बनने का इंतजार कर रहा है। ब्रिज का कार्य अधर में लटका पडा हुआ है। अधूरे पडे ब्रिज कार्य की वजह से लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। ब्रिज कार्य के आसपास ना तो कहीं कार्य चालू है जैसा बोर्ड लगा है ना ही कहीं ग्रीन सिग्नल दर्शाता हुआ कपडा।
लोगों को घंटो ट्राफिक जाम की समस्या से जुझना पडता है। ओवर ब्रिज के अधूरे कार्य ने सब अस्त-व्यस्त करके रख दिया है।
वहीं हाल में मानसून की दस्तक देने के बाद लोगो की हालत खस्ता हो गई है। दमन और चला से आने वाले जाने वाले लोगो को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है ब्रिज के आस पास की सड़क की स्थिति खराब हो चुकी है। ऐसे में जो सडक गडढ्रो में है या गडढे सडक पर है पता ही नहीं चलता है। दो पहिया वाहन चालक हो या फोर व्हीलर चालक को सभी को घंटो जाम में फंसे रहना पडता है। वहीं दमण में कोई मल्टीस्पेशियिलिस्ट हॉस्पिटल भी नहीं है। इमरजेंसी में लोगों को वापी का भी रूख करना पडता है। ऐसे में एम्बुलेंस भी काफी देर तक जाम में फंसी रहती है जिससे मरीज की जान भी जा सकती है।
जनता को अच्छी सुविधाएं चाहिए
आम जनता को सडक, बिजली, पानी समेत की बुनियादी सुविधाएं अच्छी चाहिए। आम जनता की सरकार से बुनियादी सुविधाएं अच्छी मिले यही अपेक्षा रहती है। फिर चाहे कार्य करोडों का हो या लाखों का हो कार्य समय-सीमा में पूरा हो जाना चाहिए ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पडे। परंतु 141 करोड से बनने वाले इस ओवर ब्रिज का कार्य अधूरा है डेढ साल का समय गुजारने का है। पर अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
आशा बदली निराशा में
अब इस ओवरब्रिज का कार्य जोरों से शुरू हुआ था तो लोगों में बहुत ही आशाएं जाग गई थी तकि चलो जब ट्राफिक की समस्या से निजात मिलेगा। लेकिन अब यह कार्य अधर में लटक गया तो लोगों में काफी निराशा देखी जा रही है आखिरकार अब कब यह ब्रिज बनकर तैयार होगा। रोल मॉडल तो बहुत ही अच्छा बना था। पर रोल मॉडल ग्राउंड पर उतर नहीं पा रहा है।
वापी रहवासी
वापी के स्थानीय रहवासी ने बताया कि इस ब्रिज का कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ था कि एक ओर गरनाले वाले ब्रिज ने भी लोगो के लिए तकलीफे बड़ा दी है वापी दमन पता नहीं वलसाड़ में जहां कहा ब्रिज बन रहे थे सब अधर ताल है एक भी कार्य तय सीमा में नहीं हो पाया ओर रोड़ हर 6 महीनों में बनाने के बाद भी साल भर चले ऐसा नहीं बनता। चारों और ट्राफिक जाम रहता है रोड़ के आस पास खोदें गए गटर भी सही तरह बंद नहीं है, चारों ओर कीचड़ है गड्ढों में पूरा वापी शहर है और गड्ढों में मच्छर जिस से बीमारियों बढ़ रही है। नगरपालिका और जो आधिकारी वर्ग है उनको तुरंत सभी बाते ध्यान में लेकर हर कार्य ओर समस्याओं का हल निकलना चाहिए।