शहर की सड़के खस्ता हाल, जनता बेहाल, वही लोक निर्माण विभाग इस ओर से आंख मूंदे बैठा है
वापी। वापी की खस्ताहाल सडकों पर लोगों ने हैप्पी स्ट्रीट डे मनाया।
बताए खस्ताहाल सडकों पर लोगों ने इस तरह का मनोरंजक कार्यक्रम किया जो वास्तव में एक हंसी वाला किस्सा है।
फिटनेस को लेकर जरूरी वर्कआउट से भी है। जिसमें शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। वॉकिंग, जॉगिंग साइकिलिंग व योगा आदि समेत किया।
लेकिन बेहाल पडी सडकों पर लोगों ने यह कार्यक्रम किया तो क्यों जिम्मेदारों को नहीं सोचना नहीं चाहिए यहां की सडकों का नवीनीकरण करवाना चाहिए। आखिरकार कब तक सडकें बेहाल रहेगी। और लोग इसी खस्ताहाल सडकों पर इसी तरह हैप्पी स्ट्रीट जैसे मनोरंजक कार्यक्रम करेंगे।
बल्कि प्रशासन और शासन को चाहिए कि सडकों को अच्छी हालत में करवाएं ताकि लोग हैप्पी स्ट्रीट सुविधाजनक के तौर पर मना सके। जॉगिंग, साइकिलिंग के लिए अच्छी सडकों का होना अनिवार्य है। नहीं तो कोई हादसा भी हो सकता है। हैप्पी स्ट्रीट जैसे कार्यक्रम के दौरान सड़क को खास तौर पर सजाया जाता है। परंतु सजाना तो उन्हें भी चाहिए जो खस्ता सडकें है बेहाल पडी है तो वहा कौन जाएगा और सजायेगा।
बता दें कि हैप्पी स्ट्रीट कार्यक्रम एक अच्छी पहल है। परंतु इसके लिए प्रशासन और शासन को भी सोचना होगा। लोग स्वास्थ के प्रति जागरूक है परंतु क्या प्रशासन जागरूक है अपने कार्य के प्रति।
यह जनता है मजा करती है और फिर सब भूल जाती है।